Poonam Pandey
मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री Poonam Pandey का दिनांक 1 फरवरी 2024 को Cervical cancer से मौत हो गयी है | पूनम पाण्डेय की मेनेजर ने ये जानकारी पीटीआई को दी| Poonam Pandey की मृत्यु के कारण उनके कई फैन्स शॉक में है | पूनम पांडे का गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के कारण निधन हो गया. उनकी आयु मात्र 32 वर्ष थी. उनकी टीम ने बताया कि पूनम इस बीमारी से बहादुरी से लड़ी|
आज सुबह लगभग 11 बजे Poonam Pandey के ऑफिसियल instagram पेज से एक पोस्ट की गयी जिसमे लिखा था “ये सुबह हमारे लिए कठिनाइयों से भरी थी | हमें बड़े दुःख से कहना पड़ रहा है कि हम सब की प्यारी पूनम को सर्वाइकल कैंसर के कारण हमने खो दिया है | जो भी पूनम के करीबी था वो सभी पूनम से प्रेम और दयालुता से मिले |”
कौन है Poonam Pandey
Poonam Pandey, एक भारतीय मॉडल और एक एरोटिक अभिनेत्री थीं, जिन्होंने 2013 में फिल्म ‘नशा’ के साथ बॉलीवुड में अपनी डेब्यू की थी. उन्होंने अपने करियर के दौरान अनेक उत्कृष्ट काम किए और अपने बोल्ड अवतार के लिए चर्चा में रहे|
पूनम का निधन उनके प्रशंसकों और फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ा झटका रहा. उनकी मृत्यु की खबर के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.
उनके निधन की खबर के बाद कुछ लोगों ने यह भी दावा किया कि यह एक पब्लिसिटी स्टंट हो सकता है|
पूनम पांडे को उनके वायरल इंस्टाग्राम पोस्ट और विवादास्पद स्टिंट के लिए जाना जाता था.
क्यों हुई थी Poonam Pandey फेमस
उन्होंने 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने के बाद अपने कपड़े उतारने का वादा किया था, जिससे उन्हें काफी लोकप्रियता मिली. उन्हें कंगना रनौत द्वारा मेजबानी की गई ओटीटी वास्तविकता शो ‘लॉक अप’ में अंतिम बार देखा गया|
पूनम पांडे के निधन की खबर ने हमें यह याद दिलाया कि कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका समय रहते उपचार बहुत महत्वपूर्ण है. हमें इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है.
हम पूनम पांडे को उनके योगदान के लिए याद रखेंगे और उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं. उनकी आत्मा को शांति मिले|
सर्वाइकल कैंसर क्या है?
सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो योनि और गर्भाशय ग्रीवा के जंक्शन पर कोशिकाओं में होता है। गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय का निचला हिस्सा है जो योनि को गर्भाशय के मुख्य शरीर से जोड़ता है। मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के कुछ उपभेद या प्रकार, जो मुख्य रूप से यौन संपर्क के माध्यम से संचरित होते हैं, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर पैदा करने में भूमिका निभाते हैं।
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में कैंसर और कैंसर से संबंधित मौतों का एक प्रमुख कारण है। भारत में, यह एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन संगठित स्क्रीनिंग कार्यक्रमों के साथ इसमें सुधार होने की उम्मीद है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में असामान्य दर्द, भारी असामान्य निर्वहन, पेशाब के दौरान दर्द आदि शामिल हैं। अधिक उन्नत गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के लक्षणों में संभोग के बाद, मासिक धर्म के बीच या रजोनिवृत्ति के बाद योनि से खून बहना, पानीदार, खूनी योनि स्राव जो भारी हो सकता है और एक दुर्गंध और गंभीर श्रोणि दर्द या संभोग के दौरान दर्द हो सकता है।
सर्वाइकल कैंसर का उपचार
सर्वाइकल कैंसर का उपचार इसके चरण, रोगी की आयु, रोगी की सामान्य स्वास्थ्य स्थिति, और अन्य कई कारकों पर निर्भर करता है। उपचार में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, और केमोथेरेपी शामिल हो सकते हैं।
भारत सरकार द्वारा निशुल्क टीकाकरण भी करवाया जाता है और जिन महिलाओं को शराब और धूम्रपान की लत है, वे इस बीमारी के चपेटे में ज्यादा आते हैं।